डीसी ने समाधान शिविर में अधिकारियों को दिये आवश्यक दिशा निर्देश
चरखी दादरी : डीसी मुनीष शर्मा ने समाधान शिविर में शिकायतों का तत्परता से समाधान करने के निर्देश दिये। वहीं मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने ऑनलाइन जुड़कर समाधान शिविरों की समीक्षा की। डीसी मुनीष शर्मा ने समाधान प्रकोष्ठ पर अपलोड की गई शिकायतों का समाधान तत्परता से सुनिश्चित किया जाए। विभागीय स्तर पर यदि कोई मुख्यालय पर समाधान होना है तो वे स्वयं विभागाध्यक्ष से समाधान करते हुए शिकायत निवारण कर परिवादी को राहत पहुंचाएंगे। डीसी शुक्रवार को लघु सचिवालय सभागार में जनता के लिए हरियाणा सरकार की नई पहल समाधान शिविर में संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे थे।
सीएम ने ऑनलाइन जुड़कर शिकायतकर्ताओं से की बात:
इससे पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने ऑनलाईन जुड़कर सभी जिलों के समाधान शिविरों की समीक्षा की और शिकायतकर्ताओं से सीधी बात भी की। डीसी ने सम्बंधित अधिकारियों के साथ समाधान प्रकोष्ठ पोर्टल की समीक्षा की और इस दौरान आये लोगों की समस्याओं को सुनते हुए शिकायत का निदान किया। डीसी मुनीश शर्मा ने कहा कि जिला के लोगों की सुविधा के लिए उनकी शिकायतों का निदान प्रत्येक कार्य दिवस पर समाधान शिविर के माध्यम से किया जा रहा है। शिविर के दौरान ही सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय व अन्य ऑनलाइन सर्विस के माध्यम से लोगों को राहत पहुंचाई गई। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार जनसेवा को समर्पित हो कार्य कर रही है और समाज के अंतिम व्यक्ति तक को योजना का लाभ मिले इसके लिए जिला प्रशासन पूरी संजीदगी के साथ अपना दायित्व निभा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि उनके विभाग से संबंधित आने वाली शिकायतों का समाधान तत्परता से किया जाए। किसी भी रूप से शिकायतें लंबित ना हो इसके लिए अधिकारी सजगता से कार्य करें। समाधान शिविर के दौरान जहां लोगों की शिकायतों की सुनवाई की गई वहीं अधिकारियों को आने वाली शिकायतों पर प्राथमिकता के आधार पर समाधान करने के निर्देश दिए गए।
सीएम ने ऑनलाईन जुडक़र समाधान शिविरों की समीक्षा की, शिकायतकर्ताओं से की सीधी बात, ये रहे मौजूद:
इस दौरान पुलिस अधीक्षक अर्श वर्मा, नगराधीश आशीष सांगवान, नगरपरिषद के कार्यकारी अधिकारी राजेश वर्मा, जिला बागवानी अधिकारी अरुण शर्मा, जिला कल्याण अधिकारी विनोद चावला, डॉ. संजय गुप्ता, डॉ. चंद्रभान श्योराण, खंड शिक्षा अधिकारी राजबाला आदि मौजूद थे।