विनेश फोगाट ने शादी में बेटी बचाने का लिया था आठवां फेरा, अब खुद बेटी को करना पड़ रहा संघर्ष
चरखी दादरी : विनेश फोगाट को ओलंपिक में डिस्क्वालीफाई करने के बाद कुश्ती से संन्यास लेने की घोषणा पर जहां ग्रामीण भी हैरान हैं वहीं ग्रामीण बेटी के घर वापसी पर खापों के सहयोग से मनाने का प्रयास किया जाएगा। विनेश के गांव बलाली में चौपालों के साथ-साथ चौक-चौराहों पर बेटी विनेश के मामले को लेकर ही चर्चाएं चल रही हैं।
विनेश के गांव बलाली की चौपाल, चौक-चौराहों पर बेटी विनेश के मामले को लेकर हो रही हैं चर्चाएं
ग्रामीणों का कहना है कि विनेश ने अपनी शादी में जहां बेटी बचाने का आठवां फेरा लिया था, अब खुद ही बेटी को संघर्ष करना पड़ रहा है।
बता दें कि चरखी दादरी के गांव बलाली निवासी विनेश फोगाट ने अपनी शादी के दौरान बेटी बचाने का आठवां फेरा लिया था और लोगों से बेटी बचाने का आह्वान किया था। विनेश के गांव बलाली में चौपाल पर हुक्का गुड़गुड़ा रहे ग्रामीणों के जेहन में बेटी विनेश के साथ हुए घटनाक्रम को लेकर रोष है। ग्रामीण जहां इसे साजिश बता रहे हैं वहीं बेटी को न्याय दिलाने के लिए सरकार से गुहार भी लगा रहे है।
संन्यास नहीं लेने देंगे बेटी विनेश को, घर आने पर पूरा क्षेत्र समझाएगा
गांव की चौपाल में बैठे विनेश के परिवार सदस्य मंगेश फोगाट, राजेश सांगवान व महाबीर ठेकेदार ने कहा कि विनेश के साथ साजिश हुई है। मामले की उच्च स्तर पर जांच होनी चाहिए। साथ ही सिल्वर मेडल मामले में विनेश के पक्ष में फैसला की उम्मीद जताई।
ओलंपिक में गोल्ड नहीं मिला, ग्रामीण अपने स्तर पर बेटी को देंगे गोल्ड
ग्रामीणों ने कहा कि बेटी के घर लौटने पर उसे मनाया जाएगा और 2028 के ओलंपिक में गोल्ड जीतने के लिए प्रेरित करेंगे। कहा कि उनको बेटी के संघर्ष पर भरोसा है और फैसले में न्याय मिलेगा। घर वापसी पर खापों के सहयोग से ग्रामीण विनेश को सम्मानित करेंगे। ओलंपिक में गोल्ड नहीं मिला दुख है मगर ग्रामीण अपने स्तर पर विनेश बेटी को गोल्ड देंगे।